लेखनी ,# कहानीकार प्रतियोगिता # -01-Jul-2023 मेरा बाप मेरा दुश्मन भाग 16
मेरा बाप मेरा दुश्मन ( भाग 16 )
आपने पिछले भागौ में अब तक पढा़ कि किस तरह तान्या व विशाल अपने माता पिता को धोका देकर भाग आते हैं जिससे तान्या के मम्मी पापा जहर खाकर आत्महत्या करलेते है जिससे तान्या टेन्शन में आजाती है और उसकी ट्यूमर होने से मौत होज
सभी दोस्तौ के साथ मस्ती करने के बाद रमला व विक्रम होटल वापिस आगये। लेकिन रमला अपने पुराने दोस्तौ के साथ उनके कमरे में चली गयी उसके साथ विक्रम भी गया।
वह सभी वहा़ बैठकर आपस में गप्पै मारते रहे। अब रात के दो बजने को होगये।
तब विक्रम बोला," क्या आज की रात जाग कर ही काटनी है सोना नहीं है क्या?"
रमला बोली," क्या हुआ आज बहुत समय बाद ऐसा बक्त आया है कि सभी एक जगह मिले है ऐसा समय बार बार नही आता है। मस्ती करो। "
विक्रम रमला की बात सुनकर बहुत परेशान हो रहा था क्यौकि उसका प्लान फ्लाफ होता नजर आरहा था। वह इसलिए अधिक चिन्तित था कि वह सलौनी व सारिका को क्या जबाब देगा।
रमला विक्रम की चाल को तो उसी समय समझ गयी थी जब विक्रम ने होटल में केवल एक ही कमरा बुक किया था जब रमला ने पूछा में तुम्हारे साथ कमरे में कैसे सो सकती हूँ तो उसने यह कहकर टाल दिया मै अपना इन्तजाम अलग करलूँगा।
रमला अपने दोस्तौ के साथ से चलने को तैयार ही नही थी। जब विक्रम ने पुनः चलने के लिए बोला तब रमला उसको जबाब देते हुए बोली," विक्रम तुम जाकर सोजाओ मै अपने आप आजाऊँगी। मेरी चिन्ता छोडो। मै यहीं सो जाऊँगी।"
इतना कहने पर विक्रम नाराज होता हुआ जाते हुए बोला," देखो रमला मै जारहा हूँ तुम जैसा चाहो बैसा करो। तुम्हारा दिल करे वह कर लेना।"
यह कहकर विक्रम वहाँ से चलागया। लेकिन रमला अपने दोस्तौ के साथ बैठी रही।
विक्रम के जाने के बाद वह अपनी सहेलियौ के साथ ही सोगयी।
जबकि विक्रम अपने कमरे में उसका इन्तजार करता रहा। अब विक्रम को अपने प्लान में ग्रहण लगता दिखाई देरहा था।
विक्रम ने पूरी रात जाग कर ही गुजारी। क्यौकि उसकी आँखौ से नींद गायब थी उसे सबसे अधिक डर था कि अपनी प्यारी भाभी सलौनी उसका क्या हाल करैगी।
विक्रम की जब सुबह रमला से आ़खें चार हुई तब विक्रम उससे शिकायत करते हुए बोला," रमला मै पूरी रात तुम्हारी प्रतीक्षा करता रहा था लेकिन तुम आई ही नहीं।"
रमला नाराज होते हुए बोली ," मुझे बात करते हुए यहीं नींद आगयी ।जो रात को करना चाहते थे अब करलो। अभी क्या होगया है मै भी यही हूँ तुम भी यहीं हो। "
अब विक्रम के मुँख से आवाज ही नहीं निकल रही थी । वह बहुत शर्मिन्दा था।
रमला ही बोली," और सुनो मिस्टर मै बचपन से तुम जैसे चालू लड़कौ के बीच रहकर बडी़ हुई हूँ। मै तुम जैसे लड़कौ के दिल में क्या है पहले ही जान लेती हूँ। तुम्हारा हर एक झूँठ का मुझे पता चल जाता है। "
रमला की बात सुनकर वह पूछने लगा," मैने क्या झूठ बोला ?"
"रमला बोली और कितना झूँठ बोलना चाहते हो। तुमने बोला कि इस होटल में सभी कमरे फुल है केवल एक ही कमरा खाली है। मैरे इन दोस्तौ ने उसी समय अपने लिए कमरे बुक किये थे। मै तुम्हारी मक्कारी उसी समय समझ चुकी थी। " रमला ने जबाब दिया।
विक्रम सफाई देते हुए बोला," रमला तुम्है कुछ गलतफहमी हो रही है। मैने जब बुकिंग की थी तब सब कमरे फुल थे विश्वास न हो तो होटल के बुकिंग काउन्टर से मालूम करलो। "
रमला बोली," इतनी सफाई मतदो विक्रम। सफाई देते हुए स्वयं फस जाओगे। मै तुमको मुफ्त में एक राय देती हूँ।"
विक्रम चुप था क्यौकि उसकी चोरी व साजिस पकडी़ जारही थी।
रमला बोली," एक काम करो पहले अपने गुरू को मेरे पास ट्रैनिग के लिए भेज दो। आगे जब कोई प्लान बनाओ तब मुझसे बात करलेना। "
विक्रम अन्दर ही अन्दर बहुत शर्मिन्दा महसूस समझ रहा था। क्यौकि उसका प्लान फ्लाफ होगया था ऊपर से रमला का भाषण सुनने को मिल रहा था।
विक्रम को पछतावा हो रहा था कि वह इन औरतौ के जाल में क्यौ फस गया । अब मै उनको साफ मना करदूँगा कि मुझे इन चक्कर में नही फसना है तुम्है जो करना है स्वयं करो।
परन्तु जैसे ही अपने और सारिका के बीच सम्बन्धौ के वीडियो की याद आते ही उसका दिमाग चक्कर खाने लगा। और वह अपने को बुरी तरह फसा हुआ देख रहा था।
रमला ने अपने दोस्तौ के साथ कही और जगह जाने का प्लान बना लिया ।
विक्रम अकेला ही वापिस लौट आया ।जब सलौनी ने उससे टूर के बिषय में पूछा तब वह नाराज होकर बोला," देखो भाभी तुम दौनौ ने मुझे फुटवाल बनाकर छोड़दिया है जिसका भी मन करता है ठोकर मारकर चला जाता है। :
सलौनी पूछने लगी," इतना गुस्सा किसपर निकाल रहे हो। मजे भी लेना चाहते हो । और परेशानी से भी डरते हो। बात तो बताओ क्या कर दिया। "
विक्म बोला," वह बहुत चालाक है मालूम नही उसको हमारी चाल को चलने से पहले कैसे पता चल जाता है उसने अपने दोस्तौ को वहाँ बुलाकर हमारा पूरा प्लान चौपट कर डाला। "
विक्रम ने सलौनी होटल मे हुई पूरी बात विस्तार पूर्वक बताई।जिसे सुनकर सलौनी को बहुत आश्चर्य हुआ और क्रोध भी आरहा था।
क्रमशः
Abhilasha Deshpande
16-Aug-2023 11:22 AM
Nice
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Gunjan Kamal
19-Jul-2023 03:35 AM
बहुत खूब
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